॥ जय गौरी नन्दा ॥
जय गौरी नन्दा, प्रभु जय गौरी नन्दा। गणपति आनन्द कन्दा, हम चरणन वन्दा ॥ १ ॥
सैंड सुँडालो नयन विशाला कुण्डल झलकन्दा। कुमकुम केशर चन्दन सिन्दूर वदन वन्दा ॥२॥मुकुट सुगढ़ सो हंसा मस्तक सोहन्ता। बहिया बाजूवैधा पौची निरखन्ता ॥ ३ ॥
मूषक वाहन राजत शिव सुत आनन्दा। कहत शिवानन्द स्वामी मेटत भव फन्दा ॥४॥
जय गौरी नन्दा, प्रभु जय गौरी नन्दा। गणपति आनन्द कन्दा, हम चरणन वन्दा ॥ १ ॥